जिले में स्कूलों और आंगनवाड़ियों की स्थिति काफी दयनीय है कही स्कूल में शिक्षक पहुचते नहीं तो कही शराब के नशे में धुत रहते हैं.... जिनकी शिकायतें आये दिन होती रहती है लेकिन शिकायत करने वालों की सम्बधित अधिकारी सूनता ही नहीं..ग्रामीणों की इन समस्याओं को जानने के लिए प्रभारी कलेक्टर अनुराग चौधरी सतत रूप से ग्रामीण क्षेत्रो का भ्रमण कर रहे है और प्रशासनिक डण्डा घूमते हुवे तत्काल कार्रवाई कर रहे है......
इस ही तारतम्यता में प्रभारी कलेक्टर अनुराग चौधरी ने आज दूधी उमरकोट भूराडाबरा, डुंगलापानी, कोदली, छापरी, सदावा, उकाला, भाण्डकुआ, माछलिया, झिरी इत्यादि स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शाला में पदस्थ जो शिक्षक एवं भृत्य ड्यूटी के दौरान शराब के नशे में पाये गये उन शिक्षको एवं भृत्य का मेडीकल परीक्षण करवाने एवं अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश प्रभारी कलेक्टर ने बीईओ को दिये। निर्देशानुसार धूमसिंह भूरिया सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला झिरी, धन्ना लाल निनामा भृत्य शासकीय माध्यमिक शाला झिरी एवं रामसिंह मोहनिया सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय माछलिया के कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान ड्यूटी पर शराब के नशे में पाये जाने के कारण खण्ड शिक्षा अधिकारी विकास खण्ड रामा ने थाना प्रभारी कालीदेवी को मेडीकल परीक्षण करवाने के लिए कालीदेवी थाने में आवेदन दिया एवं थाना प्रभारी को संबंधित शिक्षक एवं भृत्य को मेडीकल परीक्षण के लिए सौपा।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी कलेक्टर के साथ सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती शकुन्तला डामोर, संयुक्त कलेक्टर श्री वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास आर.एस जमरा, डीपीसी एल.एन प्रजापति, सहित शासकीय सेवक उपस्थित थे।
अनाधिकृत रूप से संस्था से अनुपस्थित रहने पर शिक्षक गोपाल बामनिया, प्राथमिक विद्यालय राछवा, प्रतापसिंह अजनार एवं उदयसिंह गामड सहायक शिक्षक राछवा, रमेश भूरिया शिक्षक भूराडाबरा, राजेश सोलंकी शिक्षक डुंगलापानी शिक्षक रमिला डामोर दूधी (उमरकोट) नानसिंह देवलिया प्राथमिक विद्यालय झिरी, शिक्षक धूमसिंह भूरिया झिरी, लिपिक अमित परमार, उ.मा. विद्यालय उमरकोट शिक्षक पूनम बारिया उमरकोट को निलंबित करने के लिए कार्यवाही करने के लिए प्रभारी कलेक्टर ने निर्देश दिये एवं तीन भृत्य माछलिया, उमरकोट एवं झिरी की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिये।
प्रभारी कलेक्टर ने स्कूलों के निरीक्षण के साथ ही आंगनवाडी केन्द्रो का निरीक्षण भी किया। आंगनवाडी केन्द्रो के संचालन की स्थिति दयनीय पाये जाने पर क्षेत्र की सभी आंगनवाडी सुपरवायजरों को निलंबित करने के लिए नोटिस जारी करने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास को दिये।
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