झाबुआ। लोगों का लालच और कम समय में बिना मेहनत के शार्टकट से पैसा कमाने का सपना इन दो चीजों ने थांदला के अकील को कम समय के अंदर ही मामुली हम्माल से सटटा किंग बना दिया। सटटे में रकम कमाने के लिए सटटा खेलने वाले अजब गजब गणित लगाते है। नंबरों के इस खोल में लकी नंबर निकालने के लिए हर चीज में जोड घटाव और गुणा भाग चलता है। यहां तक की सपने में कोई नंबर दिख जाए खलेने वाले उसमें बडी रकम दाव पर लगा देते है। बेखौफ चलने वाले व्यापार पर प्रशासन और पुलिस दोनों ध्यान ही नहीं रहे है.......
पुलिस भले ही अपने मिशन जुआरी और सटोरी को सफल बताने का दावा कर रही हो, लेकिन हकीकत अफसरों के बयानों से बिल्कुल मेल नही खाती। गलियारों की चर्चा है कि सटटा कारोबारियों को लेकर अभियान पर आए दिन आरोप लगते आ रहे है कि सिर्फ छोटे सटोरियों की गिरफतारी करने में पुलिस आगे रही है। जिले के थांदला नगर में ही अखिल पठान का सटटा कारोबार बडें जोरों पर चल रहा है। रसुखदारों से अच्छा जुगाड और कुछ सफेदपोशों का संरक्षण मिले होने की वजह से अखिल पठान को कार्रवाई से दुर रख गया है। तभी तो थांदला नगर में इस जोड घटवा और गुणा के खेल में अकील आज थांदला का सटटा किंग बन गया है और बेखौफ होकर बिना खाकी के डर से सटटा कारोबार चला रहा हैं।
अचानक से बडे इस कारोबार में अखिल पठान के सहयोगी, शानु अब्दुल वहीद, अब्दुल वहीद, दिनेश और ईमरान जहागीर पठान जो अखिल का सारा लेनदेन देखते है और अखिल के सारे अडडों की राशि एकत्रित कर अखिल के घर ले जाते है। इस बडे कारोबार में चेन की तरह कई लोग इससे जुडे है तो इनके विभिन्न अडडो पर खाईवाली का काम कर रहे है।
कहां कहां है अखिल का कारोबार
मामुली सा अखिल सटटे के कारोबार में आज इतना आगे हो गया है कि थांदला जगह जगह पर इसके इस अवैध कारोबार के अडडे मिल सकते है। चर्च गली में इसके 7 अडडे है। पहला अडडा चर्च गली एटीएम के सामने पान की दुकान से चालु होता है, फिर कुम्हार मौहल्ला, तेजाजी मंदिर के पास राठौर, सिकली घर के पास सुनिल और उसके पिता दमपाल, दारू के ठेके के पास रामचंद, आजाद चैक पर भूरिसिंह आदि कई लोग मिल कर अखिल का कारोबार विभिन्न अडडो पर चलाते है। इनका मुख्य केन्द्र अखिल पठान का घर है जहां से पुरा कारोबार दुसरी मंजिल से संचालित होता है।
अखिल का दाहिना हाथ है शानु अब्दुल वहीद शेख जो इन सभी अडडों पर से इस अवैध कारोबार की राशि एकत्रित कर अखिल के घर ले जाता है। शानु को करेक्टर दोपहर 1 बजे चर्च गली एटीएम के सामने स्थित दुकान पर खाईवाली की राशि का लेनदेन करते देखा जा सकता है। इस जगह से लेनदेन करने के बाद वह अन्य अडडों पर जाकर इस अवैध धंधे के रूपए एकत्रित कर ढाई बजे अखिल पठान के घर राशि लेकर जाता है। फिर रात को 8 बजे से साढे 9 बजे तक शानु और उसके साथियों को चर्च गली बाबु चाय वाले के आस पास खाईवाली करते देखा जा सकता है।
पुलिस तो अपनी जेब में है
इस अवैध सटटे के कारोबार के बारे में पुलिस को भी अच्छी तरह जानकारी है। लेकिन फिर भी पुलिस द्वारा इन पर कोई कार्रवाई नही की जाती है। इनकी कोई शिकायत भी करता है... तो इन पर छोटी मोटी कार्रवाई हो जाती है। कई बार तो अखिल के गुर्गो द्वारा शिकायतकर्ता से मारपीट भी की जाती है.... लोगों का कहना है कि जिन स्थानों पर इनके अवैध अडडे है वहां इनकी इतनी दादागिरी है कि इनसे कोई कुछ बोल भी नही सकता..... अगर बोलता भी है तो ये कहते है क्या कर लोगे पुलिस तो अपनी जेब में है। हर महिने साहब को बंदी देते है तो हमकों कौन पकडेगा। पुलिस चाहे तो इस बडे कारोबार पर अंकुश लगा सकती है। लेकिन पुलिस द्वारा भी कोई कार्रवाई नही की जाती है। अगर पुलिस अखिल पठान के दाहिने शानु अब्दुल वहीद को ही पकड ले तो इस सारे कारोबार को खुल्लासा हो सकता है। लेकिन ऐसा कभी नही होगा क्योंकि खाकी इन अवैध कारोबारियों के सामने नतमस्तक है। जब वाईस आॅफ झाबुआ की टीम ने पुलिस को इस अवैध कारोबार के बारे में अवगत करवाया तो जल्द ही कार्रवाई होगी का आश्वासन मिला।
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